लखनऊ के ‘Apollo Hospital’ में पहली प्रोटॉन थेरेपी की शुरुआत, OPD में जांच के साथ मिलेगा परामर्श

अपोलो के MD और CEO डॉ. मयंक सोमानी व डॉ. सपना नांगिया ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी जानकारी

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लखनऊ रिपोर्टर।
राजधानी लखनऊ के अपोलो हॉस्पिटल ने क्षेत्र की पहली प्रोटॉन थेरेपी स्क्रीनिंग के लिए एक आउटपेशेंट विभाग (OPD) शुरू करने की घोषणा की है। अब मरीज़ों को शुरुआती जांच और परामर्श लखनऊ में ही मिल जाएगी। इससे यूपी के पड़ोसी राज्य बिहार, झारखंड और देश नेपाल के मरीजों को भी आसानी से बेहतरीन प्रोटॉन थेरेपी उपलब्ध हो पाएगा।
प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ व अपोलो के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग में ‘हेड नेक एंड ब्रेस्ट’ की निदेशक डॉ. सपना नांगिया को प्रोटॉन थेरेपी OPD के प्रमुख पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह जानकारी अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के MD और CEO डॉ. मयंक सोमानी व डॉ. सपना नांगिया ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी।
भारत में 2025 तक कैंसर के मामले 15.7 लाख से अधिक होने का अनुमान….
डॉ. नांगिया ने बताया, भारत में 2025 तक कैंसर के मामले 15.7 लाख से अधिक होने का अनुमान है। जिससे देश को स्वास्थ्य सेवा के मोर्चे पर एक कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने, देश में कैंसर के बढ़ते बोझ पर चिंता भी जतायी।
डॉ. नांगिया ने कहा, भारत में कैंसर की बढ़ती घटनाएं उसके उपचार के परिणामों में सुधार करने वाले इलाज तक पहुंच में सुधार के लिए सक्रिय उपायों की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती हैं।
प्रोटॉन कणों का उपयोग करने वाली एक उन्नत विकिरण तकनीक है प्रोटॉन थेरेपी…
कैंसर की चिकित्सा के क्षेत्र में व्यापक अनुभव और भारत के जाने माने चिकित्सकों में से एक डॉ. सपना नांगिया ने बताया, प्रोटॉन थेरेपी सकारात्मक रूप से चार्ज किए गए प्रोटॉन कणों का उपयोग करने वाली एक उन्नत विकिरण तकनीक है, जो नियमित रूप से उपलब्ध एक्स-रे आधारित विकिरण उपचार से मौलिक रूप से अलग है। इस उपचार में ट्यूमर के पास के सामान्य ऊतकों (टिशू) को एक्स-रे आधारित उपचार की तुलना में कम विकिरण प्राप्त होता है और ट्यूमर के डीएनए पर भी अलग तरह से प्रभाव पड़ता है। पहले के परिणाम कम दुष्प्रभाव होते हैं और दूसरे के विकिरण प्रतिरोधी ट्यूमर में भी बेहतर होते हैं।
बुजुर्ग और सह-रुग्णता वाले मरीजों का बिना किसी समस्या के हुआ इलाज, संतोषजनक रहा परिणाम…
डॉ. सपना नांगिया ने बताया, पिछले 5 वर्षों में अपोलो प्रोटोन कैंसर सेण्टर में बड़ी संख्या में हेड व नेक, स्कल बेस ट्यूमर, स्तन, फेफड़े, सार्कोमा, प्रोस्टेट और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है। बुजुर्ग रोगियों और सह-रुग्णता वाले लोगों का बिना किसी समस्या के उपचार किया गया है जिसके परिणाम संतोषजनक रहे हैं। इसी के साथ- साथ, किशोरों और युवा वयस्कों में विकिरण प्रेरित दूसरे कैंसर के खतरे को कम करना भी बहुत संतोषजनक रहा है। कामकाजी उम्र के रोगियों में प्रोटॉन थेरेपी का एक अतिरिक्त लाभ दैनिक क्षमता, जीवन की गुणवत्ता और आगे के स्वास्थ्य देखभाल खर्चों पर पड़ने वाला व्यापक प्रभाव है।
मरीज़ों के इलाज के लिए तेजी से बदलती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर ज़ोर…
अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के MD और CEO डॉ. मयंक सोमानी ने मरीज़ों के इलाज के लिए तेजी से बदलती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, प्रोटॉन थैरेपी OPD की शुरुआत विश्व स्तरीय उपचार के विकल्प देने और यह सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है, मरीजों को नजदीक में ही सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध हो।
प्रोटॉन थेरेपी कैंसर के कई प्रकारों के लिए ज़्यादा सटीक और कम साइड इफेक्ट वाला इलाज प्रदान करती है। इनमें सिर, गर्दन और स्तन कैंसर शामिल हैं। अपोलो यह इलाज भारत में शुरू करने वाला पहला ऐसा अस्पताल है। प्रोटॉन थेरेपी के ज़रिए, अपोलोमेडिक्स का लक्ष्य है इस क्षेत्र के कैंसर रोगियों के लिए इलाज को बेहतर बनाना और उनकी जि़ंदगी की गुणवत्ता बढ़ाना।
डॉ. सपना नांगिया ने प्रतिष्ठित अमेरिकी संस्थानों में ऑब्जऱवेशिप कार्यक्रमों के माध्यम से प्रोटॉन थेरेपी में अमूल्य विशेषज्ञता हासिल की है, जिसके बाद उन्होंने भारत में हेड, नैक, ब्रैस्ट और स्त्री रोग संबंधी कैंसर के लिए प्रोटॉन थेरेपी कार्यक्रम की शुरुआत की।

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