लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में भ्रष्टाचार को बढ़ावा, वसूली का आरोपी डॉक्टर बेधड़क मरीजों का कर रहा ऑपरेशन

जांच के दौरान OPD में भी बैठ रहा डॉक्टर

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लखनऊ, रिपोर्टर।
यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित प्रांत के सबसे बड़े बलरामपुर अस्पताल में ही भ्रष्टाचार पर कोई लगाम नहीं लगाया जा रहा है। यहां मरीजों से वसूली करने वाले आरोपी डॉक्टरों पर अफसर ही मेहरबान हैं। यही वजह है कि आंख के डॉक्टर मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए 4300 रुपए वसूलने के आरोप के बाद जांच के दौरान बेधड़क अभी भी मरीजों के ऑपरेशन कर रहे हैं। यहां तक कि ओपीडी में भी बैठ रहे हैं।
बलरामपुर के नेत्र रोग विभाग में एनएचएम से संविदा पर तैनात डॉ. अजय वैद्या पर अस्पताल के अफसर मेहरबान हैं। यही वजह है कि जांच कमेटी गठित होने और मामले की जानकारी को करीब पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन आरोपी डॉक्टर पर किसी प्रकार की लगाम अस्पताल प्रशासन की ओर से नहीं लगाई गई। आरोपी डॉक्टर ओपीडी में बैठ रहे हें और ओटी में मरीजों के आंख के ऑपरेशन भी कर रहे हैं।
उसके अलावा पीडि़त पर शिकायत वापस लेने का दबाव भी बनाया जा रहा है। अभी तक अस्पताल प्रशासन ने आरोपी डॉक्टर को तलब कर उनका बयान तक नहीं दर्ज किया है। न ही उन्हें जांच चलने तक मरीजों को देखने या ऑपरेशन करने के लिए रोका है। चार सदस्यीय जांच कमेटी भी सुस्त बैठी है। स्टांप पेपर पर शिकायत करने वाले उन्नाव हसनगंज निवासी सुशील सिंह से भी अभी तक बयान नहीं दर्ज कर सकी है। जांच कमेटी में शामिल अफसर पीडि़त के बलरामपुर अस्पताल आने का इंतजार कर रहे हैं। बलरामपुर के निदेशक डॉ. पवन कुमार का कहना है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सर्जरी के नाम पर वसूली के आरोपी डॉक्टर के मामले में भी जांच शुरू….
वहीं बलरामपुर अस्पताल में मरीज से दूरबीन विधि से सर्जरी के नाम पर वसूली करने वाले आरोपी डॉक्टर के मामले में भी जांच शुरू कर दी गई है। बलरामपुर में सर्जरी के 12 हजार वसूलने का मामला जब सुर्खियों में आया तब इसका संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है। अस्पताल के अफसर मरीज के सहारनपुर के पते पर पत्राचार करने जा रहे हैं। पीडि़त को बुलाकर उसका बयान दर्ज किया जाएगा। सर्जरी के नाम पर 12 हजार रुपए वसूली के आरोपी डॉक्टर को भी निदेशक ने बुलाकर पूछताछ की है। लेप्रोस्कोप मशीन न होने के बाद बाहर से मशीन लाकर आरोपी डॉक्टर लंबे समय से मरीजों के ऑपरेशन कर रहे हैं। उनसे वह लगातार मशीन किराए पर लाने के नाम पर बेधड़क हजारों रुपए तक हर ऑपरेशन पर वसूली कर रहे हैं। बलरामपुर अस्पताल के अफसर यह सब जानकर भी चुप्पी साधे हुए हैं।

बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार का कहना है कि मामले की जाँच शुरू कर दी गई है। मरीज के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

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