भाजपा सरकार में फर्जी इनकाउंटर दिखाने के साथ ही जेलों में हो रही हत्याएं- अखिलेश यादव

जनता लोकसभा चुनाव में इन मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ करेगी वोट

0 85

लखनऊ/कन्नौज
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा पुलिस हिरासत में मौतें हो रही है। फर्जी इन्काउण्टर दिखाकर हत्यायें हो रही हैं। जेलों में हत्यायें हो रही है। इलाज न मिलने पर लोगों की अस्पतालों में जान जा रही है। उन्होंने कहा कि जनता लोकसभा चुनाव में इन मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ वोट करेगी।
कन्नौज में मंगलवार को कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद अखिलेश प्रेस काफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ईडी, सीबीआई और सरकारी एजेंसियों का डर दिखाकर और दबाव बनाकर चंदा वसूली की है। इस बार का लोकसभा चुनाव भाजपा की चंदा वसूली, बढ़ी हुई मंहगाई, बेरोजगारी के खिलाफ होगा। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। देश के इतिहास में पहली बार डर दिखाकर वसूली की जा रही है।
पूर्व सीएम अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने डर दिखाकर इलेक्टोरल बांड के नाम पर तमाम कम्पनियों से वसूली की। किसी से एक हजार करोड़ रूपये तो किसी से पांच सौ करोड़ रूपए तो किसी से 400 करोड़ रूपये की वसूली की। यही नहीं भाजपा के लोगों ने कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कम्पनी से भी चंदा वसूली कर ली। वसूली का भंडाफोड़ हुआ तो ध्यान हटाने के लिए भाजपा सरकार ने विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कराया।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने कन्नौज समेत प्रदेश का विकास रोका है। समाजवादी सरकार में हुए विकास कार्यों को रोक दिया। कहा कि भाजपा सरकार इंडिया गठबंधन की एकजुटता से घबराई हुई है। विपक्षी नेताओं पर फर्जी मुकदमें लगाकर बदनाम किया जा रहा है। हम सभी को न्यायपालिका से उम्मीद है। कोर्ट सच का साथ देगा। धीरे-धीरे सभी नेता छूट जायेंगे।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल, झारखण्ड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां साहब और उनके परिवार तथा समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को झूठे मुकदमों में फंसाया है। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए द्वेष भावना के चलते इन नेताओं को जेल भेजा है। इस बार लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा के अन्याय और झूठे मुकदमों के खिलाफ मतदान करेगी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.