लखनऊ में सीएम आवास के पास आत्मदाह करने वाली महिला की मौत, वकील ने कहा था जल्दी दो घटना को अंजाम
शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंपा, वकील पर भी होगी सख्त कार्रवाई
लखनऊ, संवाददाता।
लखनऊ में सीएम आवास के पास आत्मदाह करने वाली 40 वर्षीय अंजली जाटव ने रविवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वह अपने वकील के उकसाने के बाद उन्नाव से लखनऊ में आत्मदाह करने पहुंची थी। बीते छह अगस्त को खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। जिसके बाद उसे गंभीर हालत में सिविल अस्पताल से केजीएमयू में रेफर किया गया।
यहां भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। अंजली 85 प्रतिशत तक जल चुकी थी और उसे थर्ड डिग्री बन्र्स थे। उसके शव का पोस्टमॉर्टम कराकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। अंजली का दो साल का बच्चा भी घटना के समय उसके साथ था।
वकील के उकसाने पर महिला ने दिया था घटना को अंजाम
इस घटना के पीछे अंजली के वकील सुनील कुमार ने उकसाया था। इसी उकसावे के बाद उसने यह कदम उठाया था। इसका खुलासा डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने खुद किया था। पुलिस ने वकील सुनील कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर कुमार के अनुसार, महिला की मौत का कारण सेप्टिक शॉक और मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम है। अब आरोपी वकील सुनील कुमार पर बीएनएस के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में कार्रवाई होगी। वकील को अब दस साल की कैद होगी व जुर्माना लगेगा।
सीएम के जनता दरबार में पहुंची महिला के साथ उसका छोटा बच्चा भी रहा मौजूद
बीते छह अगस्त को उन्नाव के पुरवा थाना क्षेत्र के छत्ता खेड़ा गांव निवासी महिला अंजली जाटव मुख्यमंत्री के जनता दरबार में ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग लेकर शिकायत करने के लिए आई थी। महिला के साथ उसका छोटा बच्चा भी था।
जनता दरबार से बाहर निकलकर सुबह करीब 9.10 बजे महिला ने अपने बैग को सड़क के किनारे रख दिया और बच्चे को उसके पास बिठा दिया। इसके बाद बैग से पेट्रोल की बोतल निकालकर खुद के ऊपर डालकर आग लगा ली। आसपास में मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया था लेकिन तब तक महिला पूरी तरह से जल गई थी। आनन- फानन में इलाज के लिए उसे सिविल अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया। जहां से हालत नाजुक होने के चलते उसे केजीएमयू रेफर कर दिया गया था। जहां इलाज के दौरान देररात 1.10 मिनट पर उसकी मौत हो गई।
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