Indinewsline, Lucknow:
बुखार आने के अलावा शरीर के किसी भी अंग में गांठें होना या घाव है। भूख कम लगती है और वजन तेजी से कम होने ये सब कैंसर के शुरुआती लक्षण हैं। यदि ऐसे लक्षण किसी में भी दिखते हैं तो तत्काल डॉक्टर को दिखाएं और जांच कराएं। यह जानकारी KGMU के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकान्त ने दी। वह अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस के मौके पर स्वयंसेवी संस्था ईश्वर चाइल्ड वेलफेयर फाउंडेशन एवं लंग केयर फाउंडेशन तथा डॉक्टर फॉर क्लीन एयर द्वारा शनिवार को आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कैंसर पीड़ित बच्चों के तीमारदारों को किया जागरूक
डॉ. सूर्यकान्त ने कैंसर पीड़ित बच्चों के तीमारदारों को बताया कि किस तरह से इस बीमारी से बच सकते हैं। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण एवं परोक्ष धूमपान के कारण बच्चों में कैंसर जैसी बीमारी जन्म लेती हैं। चूल्हे से निकलने वाले धुएं, बीड़ी सिगरेट व फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं में कैंसर पैदा करने वाले हानिकारक रासायनिक तत्व होते हैं।
वायु प्रदूषण से बच्चों को बचा कर रखते हैं तो उनमें कैंसर जैसी बीमारी होने की संभावना बहुत कम होती है। कुछ सावधानियां को बरतकर काफी हद तक कैंसर जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
कैंसर मरीज बहुत निर्धन, सुचारू रूप से नहीं करा पा रहे इलाज
डॉ. सूर्य कान्त ने यह भी बताया कि जो कैंसर मरीज बहुत निर्धन हैं और इलाज सुचारू रूप से नहीं कर पा रहे हैं। उनके लिए सरकार द्वारा आयुष्मान भारत व विपन्न योजना चलाई जा रही है। जिसके तहत वह निशुल्क इलाज करा सकते हैं।
संस्था पिछले 20 सालों से कैंसर पीड़ितों के लिए कार्यरत
फाउंडेशन की संस्थापिका सपना उपाध्याय ने बताया कि संस्था पिछले 20 सालों से कैंसर पीड़ितों के लिए वह कार्यरत हैं और उनकी हर तरह से मदद कर रही हैं। कार्यक्रम में डॉ. अभिषेक शुक्ला, डॉक्टर फॉर क्लीन एयर के नवीन पांडेय, स्वर्णिमा उपाध्याय आदि मौजूद रहीं।