लखनऊ: महाकुम्भ की भीड़ में बिछुड़े 195 यात्रियों को RPF जवानों ने परिजनों से मिलवाया, 186 बीमारों का भी कराया इलाज

बिछुड़े बच्चों, महिलाओं व बुर्जुगों की सूचना पर तत्काल आरपीएफ टीम ने की कार्रवाई

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Indinewsline, Lucknow:
मुकेश कुमार
उत्तर रेलवे के लखनऊ मण्डल में तैनात आरपीएफ के जवानों ने प्रयागराज समेत परिक्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों के अलावा ट्रेनों से यात्रा के दौरान महाकुम्भ की भीड़ में बिछुड़े हुए 195 यात्रियों को तत्काल उनके परिजनों से मिलवाया। साथ ही 186 बीमार यात्रियों को भी मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाई।

बिछुड़े बच्चों, महिलाओं व बुर्जुगों की सूचना पर तत्काल आरपीएफ टीम ने की कार्रवाई


स्टेशनों पर भारी भीड़ के दौरान जैसे ही खोया-पाया सहायता केन्द्र पर अपने परिजनों से बिछुड़े बच्चों, महिलाओं व बुर्जुगों की सूचना मिली, इसपर तत्काल आरपीएफ टीम ने पूरे स्टेशन परिसर में अनाउंसमेंट कराया। साथ-साथ सीसीटीवी के माध्यम से बिछुड़े व्यक्ति की पहचान कर उनके परिजनों से मिलवाया।

लखनऊ परिक्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर परिजनों के सुपुर्द करने के लिए विशेष टीम और खोया-पाया केंद्रों का गठन


वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने बताया कि लखनऊ परिक्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण प्रयाग जं., फाफामऊ जं., प्रयागराज संगम, वाराणसी जं. अयोध्या धाम एवं अयोध्या कैंट. स्टेशन पर अपने परिजनों से बिछुड़ गए बच्चों, महिलाओं व बुर्जुगों को बचाने व उनको सकुशल परिजनों के सुपुर्द करने के लिए विशेष टीम और खोया-पाया केंद्रों का गठन किया गया है।

विभिन्न भाषाओं के जवान भी तैनात, पीड़ा को समझकर कर रहे सुनवाई


पूरे देश के किसी भी स्थान से आए हुए बच्चों व व्यक्तियों की पीड़ा व भाषा को समझने व समझा पाने में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो, इसके लिए विभिन्न भाषाओं की जानकारी रखने वाले आरपीएफ स्टाफ की भी तैनाती की गई है। साथ ही इन सभी सहायता केंद्रों पर महिला बल सदस्यों को भी तैनात किया गया है, ताकि किसी भी अकेली बालिका या महिला के मिलने पर उनकी सुरक्षा में किसी प्रकार का कोई अभाव न रहने पाये।

ट्रेन को सर्च कराकर परिजनों से मिलवातें हैं आरपीएफ जवान


यदि सीसीटीवी से गुमशुदा व्यक्ति ट्रेन से किसी दिशा की ओर जाते हुए दिखाई देता है तो ऐसी स्थिति मे तत्काल अगले स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ को जानकारी देकर ट्रेन को सर्च कराकर उसको खोज कर उसके परिजनों से मिलवाया जाता है। इसमें आरपीएफ के कर्मी निरंतर चौबीस घंटे कार्य करते हुए परिवारजनों से बिछुड़े हुए सभी बच्चों, महिलाओं व बुर्जुगों को उनके परिजनों से मिलाने व उनके अमूल्य जीवन को उपयुक्त सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए तत्पर हैं।

रेलवे सुरक्षा बल के 1523 कर्मचारी स्टेशनों पर कर रहे सेवा


वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक के मुताबिक रेलवे सुरक्षा बल विभाग के 1523 कर्मचारी प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन एवं प्रयागराज संगम स्टेशनों पर कार्य कर रहे हैं। इन स्टेशनों पर यात्रियों के सामान एवं संदिग्धों की धर पकड़ के लिए 03 डॉग स्क्वायड और उनके 06 हैंडलर भी कार्य कर रहे हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना पर अंकुश लगाया जा सके और संदिग्ध व्यक्तियों और अनाधिकृत सामान की पहचान की जा सके।

अयोध्या एवं वाराणसी पर स्थित मंडल के स्टेशनों पर भी 556 रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई


इसी क्रम में अयोध्या एवं वाराणसी पर स्थित मंडल के स्टेशनों पर भी 556 रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जिनके द्वारा यात्री सुरक्षा एवं सुविधा, भीड़ तथा यात्री प्रबंधन के कार्यों को भली भांति संपन्न किया जा रहा है। एकीकृत कमांड सेंटर से स्टेशन की प्रत्येक गतिविधि का सूक्ष्मता से निरीक्षण करते हुए रेल सुरक्षा बल जहां एक ओर अपने सुरक्षा व्यूह से स्टेशन पर आनेजाने वाले यात्रियों के सामान और जानमाल की रक्षा करता है वहीं दूसरी ओर यात्री एवं भीड़ प्रबंधन और यात्री सेवा-सत्कार में भी अपना बहुमूल्य योगदान प्रदान कर रहा है।

आईजी पंकज गंगवार के मार्गदर्शन में चल रहा यह महत्वपूर्ण कार्य


उत्तर रेलवे आरपीएफ के आईजी पंकज गंगवार के मार्गदर्शन तथा मण्डल रेल प्रबंधक एस. एम. शर्मा के दिशा-निर्देशों पर कार्य कार्य किया जा रहा है। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त देवांश शुक्ला ने महाकुम्भ-2025 के प्रारम्भ से एक सुनियोजित नीति का निर्माण करते हुए आरपीएफ के सभी जवानों को यात्रियों और श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ हर परिस्थिति में सहायता व मधुर व्यवहार करने का मूलमंत्र दिया गया था।

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