लखनऊ में बिना अनुमति काटे सागवान के पेड़, छह दिन बाद भी वन विभाग के हाथ खाली, अफसरों ने रिटायर्ड कर्मी से करवाई थी जांच

फार्म हाउस के मालिक को भी ढू़ंढने में नाकाम, वन विभाग के अफसर ठेकेदार पर मेहरबान

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Indinewsline, Lucknow:
लखनऊ में BBD के टेरा खास गांव में क्रांसिग के पास सतरिख रोड पर स्थित फार्म हाउस में बिना अनुमति एक दर्जन से अधिक सागवान के हरे पेड़ काट डाले। वहीं वन विभाग के अफसर करीब छह दिन बाद भी अब तक उस फार्म हाउस के मालिक व लकड़ी काटने वाले ठेकेदारों को नहीं ढूंढ पाए हैं। यहां तक कि सूचना के बाद विभाग के अफसरों ने मौके पर खुद न जाकर जांच के लिए अपने एक रिटायर्ड कर्मचारी अर्जुन यादव को ही भेजा दिया था। फार्म हाउस के बाहर गेट पर ताला लटकता देख वह वापस लौट गया। उसके बाद भी विभाग के अफसरों ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल नहीं की।

सतरिख रोड पर आर्षा माधव रेजीडेंसी के पास स्थित है फार्म हाउस


BBD के टेरा खास गांव के पास सतरिख रोड पर आर्षा माधव रेजीडेंसी के पास फार्म हाउस है। फार्म हाउस में ही करीब 40 से 50 पेड़ हैं। इसमें सागवान के भी हरे पेड़ हैं। तीन दिन पहले बिना अनुमति एक दर्जन से अधिक सागवान के हरे पेड़ काटे गए। इसमें ठेकेदार जान मोहम्मद उर्फ खुसनू व उसके साथियों का नाम आ रहा है। विभाग के इंस्पेक्टर अजितेश जोशी ने खुद स्वीकार किया था कि इसके लिए विभाग की तरफ से कोई अनुमति नहीं ली गई। मौके पर उन्होंने खुद न जाकर 23 जनवरी को विभाग के ही एक रिटायर्ड कर्मचारी को जांच के लिए भेज दिया था।

फार्म हाउस के बाहर गेट पर ताला लटकता देख लौट गया था रिटायर्ड कर्मी


रिटायर्ड कर्मचारी ने मौके पर देखा तो फार्म हाउस के बाहर गेट पर ताला लटक रहा था और अंदर पांच से छह कुत्ते भौंक रहे थे। आस पास पता कर कर्मचारी वापस लौट आया। इंस्पेक्टर अजितेश जोशी ने बताया कि फार्म हाउस के बाहर गेट पर ताला लगा था। इस वजह से अगले दिन दोबारा पता किया जाएगा। उस दिन से लेकर करीब छह दिन तक मौके पर जांच करने कोई विभागीय अफसर नहीं पहुंचा।

फार्म हाउस के मालिक व और लकड़ी काटने वाले ठेकेदार तक नहीं पहुंच पाया वन विभाग


बुधवार को इंस्पेक्टर अजितेश जोशी ने बताया कि अभी तक न फार्म हाउस के मालिक व और न ही लकड़ी काटने वाले ठेकेदार का ही पता चल पाया है। आस पास के ग्रामीणों के मुताबिक इससे पहले भी फार्म हाउस में बिना अनुमति के आम के हरे पेड़ काटे गए थे। विभाग के अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की।

वन विभाग के अफसर मौके पर न जाकर रिटायर्ड कर्मचारी को भेजकर करवाते हैं जांच


वन विभाग के अफसर मौके पर न जाकर एक रिटायर्ड कर्मचारी को जांच के लिए भेंजते हैं। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग कुछ साल पहले वन विभाग में कर्मचारी था। रिटायर होने के बाद भी वह विभाग के अफसरों से सांठ-गांठ कर अवैध तरीके से हरे पेड़ों को कटवाता है।

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