Budget 2024: कर्मचारी हित के मामले में निराशाजनक बजट, संविदा व ठेकेदारी प्रथा को दिया गया बढ़ावा
स्टैंडर्ड डिडक्शन 50 हजार की जगह 75 हजार करने व इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव को स्वागत योग्य कदम
लखनऊ, संवाददाता।
भारत सरकार का अंतरिम बजट कर्मचारी हित के मामले में निराशाजनक रहा है। पुरानी पेंशन की घोषणा नहीं की गई। कर्मचारी 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा का इंतजार कर रहे थे। वहीं 7वें वेतन आयोग की रिपोर्ट के अनुरूप 50 प्रतिशत महंगाई भत्ते को मूल वेतन में विलय की घोषणा का भी इंतजार था। लेकिन इंतजार खत्म नहीं हुआ। फार्मेसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने केंद्रीय बजट पर प्राथमिक प्रतिक्रिया देते हुए यह जानकारी दी।
फार्मा उद्योग में उत्पादन से जुड़ा प्रोत्साहन बढ़ी पीएलआई उद्योग को बढ़ाएगी
हालांकि फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने स्टैंडर्ड डिडक्शन 50 हजार की जगह 75 हजार करने व इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव को स्वागत योग्य कदम बताया है। उन्होंने कहा कि तीन और कैंसर मेडिसिन को कस्टम ड्यूटी से मुक्त किया गया है। फार्मा उद्योग में उत्पादन से जुड़ा प्रोत्साहन पीएलआई 1200 से बढ़ाकर 2143 किया गया है, जो उद्योग को बढ़ाएगी।
इन सभी का स्वागत करते हुए श्री यादव ने कहा कि संविदा और ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने के बजाय बढ़ावा दिया जा रहा है। स्थाई रोजगार सृजन ना होने से तकनीकी योग्यता धारक लोगों को अल्प वेतन और भविष्य की असुरक्षा के बीच कार्य करना पड़ रहा है। सरकार आमजन के लिए अनेक योजनाएं लेकर आ रही है लेकिन सभी के लिए स्वास्थ्य और चिकित्सा का अधिकार भी लागू किया जाना जनहित में है।
कर्मचारियों को हमेशा ही सौतेलेपन का शिकार होना पड़ता है![]()
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