लखनऊ के फार्म हाउस में बिना अनुमति काट डाले एक दर्जन से अधिक सागवान के पेड़, अफसर ने खुद न जाकर रिटायर्ड कर्मी को भेजा

बीबीडी के टेरा खास गांव के पास सतरिख रोड पर आर्षा माधव रेजीडेंसी के पास है फार्म हाउस

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Indinewsline, Lucknow:
बीबीडी के टेरा खास गांव में क्रांसिग के पास सतरिख रोड पर स्थित फार्म हाउस में बिना अनुमति एक दर्जन से अधिक सागवान के हरे पेड़ काटे डाले गए। सूचना पर वन विभाग के अफसर ने रिटायर्ड कर्मचारी को ही जांच के लिए भेजा। फार्म हाउस के बाहर गेट पर ताला लटकता देख कर्मी वापस लौट गया। दूसरे दिन विभाग के अफसर जांच के बजाय चुप्पी मारकर बैठे रहे।

मौके पर न जाकर अफसर ने जांच को भेजा रिटायर्ड कर्मचारी, गेट पर ताला लटका देख वापस लौटा


बीबीडी के टेरा खास गांव के पास सतरिख रोड पर आर्षा माधव रेजीडेंसी के पास फार्म हाउस है। फार्म हाउस में ही करीब 40 से 50 पेड़ हैं। इसमें सागवान के भी पेड़ हैं। तीन दिन पहले विभाग की बिना अनुमति एक दर्जन से अधिक सागवान के हरे पेड़ काटे गए। विभाग के इंस्पेक्टर अजितेश जोशी ने बताया कि इसके लिए अनुमति नहीं ली गई है। मौके पर उन्होंने विभाग के ही रिटायर्ड कर्मचारी को जांच के लिए भेज दिया।

विभाग के इंस्पेक्टर ने नहीं की जांच, मामला दबाकर बैठे


रिटायर्ड कर्मचारी ने मौके पर देखा तो फार्म हाउस के बाहर गेट पर ताला लटक रहा था और अंदर पांच से छह कुत्ते भौंक रहे थे। आस पास पता कर कर्मचारी वापस लौट आया। इंस्पेक्टर अजितेश जोशी ने बताया कि फार्म हाउस के बाहर गेट पर ताला लगा था। इस वजह से अगले दिन दोबारा पता किया जाएगा। बुधवार को भी इंस्पेक्टर ने कोई जानकारी नहीं दी। आस पास के ग्रामीणों के मुताबिक इससे पहले भी फार्म हाउस में बिना अनुमति के आम के हरे पेड़ काटे गए थे। विभाग के अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की।

कामगारों पर ही भड़के अफसर, जबकि व्हाट्सएप पर मिली थी पेड़ काटने की सूचना


मीडिया द्वारा पेड़ों को काटने की सूचना दी गई। इसके बाद इंस्पेक्टर उल्टे लकड़ी काटने वाले कामगारों पर ही भड़क गए। उन्होंने कई कामगारों पर मीडिया को सूचना देने का आरोप लगाया। जबकि फार्म हाउस में बिना अनुमति एक दर्जन से अधिक सागवान के हरे पेड़ काटने की जानकारी किसी ने व्हाट्सएप के किसी ग्रुप में डालकर वायरल किया था। इसके बाद ही मीडिया के साथी मौके पर पहुंचे थे।

वन विभाग के अफसर खुद न जाकर रिटायर्ड कर्मचारी को जांच के लिए भेंजते हैं
सूचना देने के बाद वन विभाग के अफसर मौके पर न जाकर एक रिटायर्ड कर्मचारी को जांच के लिए भेंजते हैं। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग कुछ साल पहले वन विभाग में कर्मचारी था। रिटायर होने के बाद भी वह विभाग के अफसरों से सांठ-गांठ कर अवैध तरीके से हरे- भरे पेड़ों को कटवाता है। इस अवैध वसूली से अफसरों की जेबें तो भर जाती हैं लेकिन सरकार के राजस्व का पूरी तरह से नुकसान हो रहा है।

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