पहलगाम में धर्म पूछकर पर्यटकों को मारने का मकसद दहशत फैलाना था, कश्मीरियों के भी खिलाफ हैं आतंकी- संजय सिंह
सरकार विपक्ष को विश्वास में लेकर पाकिस्तान को उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब दे
इंडिन्यूजलाइन, लखनऊ
राज्यसभा सांसद व आम आदमी पार्टी (AAP) के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा पर भी निशाना साधा। लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि सरकार को विपक्ष को विश्वास में लेकर पाकिस्तान को उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। भारत की सरकार और प्रधानमंत्री को इस घटना की जिम्मेदारी लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने अठारह मंडलों में इस घटना को लेकर कि शांति सभा का आयोजन करेगी।
आतंकवादियों का मकसद देश में दहशत फैलाना था
संजय सिंह ने आगे कहा कि पर्यटकों का धर्म पूछकर उनको मारा गया। इसका मतलब आतंकवादियों का मकसद देश में दहशत फैलाना तो है ही, लेकिन वो लोग कश्मीरियों के भी खिलाफ हैं। खुफिया एजेंसियों ने इसकी जानकारी दी थी या नहीं, पुलिस और सेना तैनात की गई थी या नहीं। अब आगे क्या कर रहे हैं उसकी जानकारी देश के विपक्षी दलों के साथ बैठक कर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को यह बताना चाहिए।
भारत के अंदर आतंकवादियों का पिछले कई वर्षों में सबसे बड़ा हमला है
AAP यूपी प्रभारी संजय सिंह ने आगे कहा, ‘भारत के अंदर आतंकवादियों का पिछले कई वर्षों में सबसे बड़ा हमला है। कश्मीर में जो भी वारदातें हुई हैं, आतंकवादी घटनाएं हुई हैं, कभी पर्यटकों को निशाना नहीं बनाया गया। लेकिन ये कायराना और दरिंदगी भरी हरकत, दुस्साहस, निहत्थे लोगों को निर्ममता से मारने का काम आतंकवादियों ने पहलगाम, कश्मीर में किया है।
इतनी बड़ी आतंकवादी घटना हो गई तो हमारी खुफिया एजेंसी क्या कर रही थी?
उन्होंने आगे कहा कि सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी आतंकवादी घटना हो गई तो हमारी खुफिया एजेंसी क्या कर रही थी? यह सीधे तौर पर खुफिया तंत्र के विफलता का एक बड़ा मामला है। एक क्षेत्र में दो हज़ार से ज़्यादा पर्यटक है कि वहां आतंकवादी पहुंच जाते हैं कि गोलियों से भून के 28 पर्यटकों को जान से मार देते हैं कि उनके जवाब में कार्रवाई करने के लिए सेना की तैनाती थी या नहीं थी? पुलिस की तैनाती थी या नहीं थी? खुफिया विभाग के द्वारा जानकारी दी गई थी कि नहीं दी गई थी?
कई सारे प्रश्न का जवाब केंद्र सरकार और वहां के LG को देना चाहिए
संजय सिंह ने कहा कि यह कई सारे प्रश्न है जिसका जवाब केंद्र सरकार को और वहां के LG महोदय को देना चाहिए क्योंकि पुलिस उनके अधीन आती है अभी भी वह केंद्र शासित राज्य है तो उनको इसके बारे में जानकारी देनी चाहिए। संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री जी भी अपना दौरा छोड़कर बीच में आ गए हैं। गृहमंत्री जी भी वहां पहुंच गए हैं। मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि आप सभी दलों को विश्वास में लीजिए और एक कि विपक्षी दलों की बैठक बुलाकर इस पर आप क्या कार्रवाई कर रहे हैं या पूरी घटना क्या हुई है कैसे हुई है? कहां विफलता हुआ है? उसकी जानकारी देश के विपक्षी दलों को और उनके नेताओं को भी सरकार दें और जो भी आप कार्रवाई करना चाहते हैं इनको मुंहतोड़ जवाब देने के लिए उसमें हम सब लोग आपके साथ है।
सेना की संख्या कम मत कीजिए
संजय सिंह ने कहा कि हमने बार बार इस बात को कहा कि सेना की संख्या कम मत कीजिए। कोई नेता जाकर वहां पर बंदूक लेकर भारत की सीमाओं की सुरक्षा नहीं करता। हमारे जवान करते हैं। वह लड़ते हैं वहां पर रहकर लेकिन आपने एक लाख अस्सी हज़ार सैनिक भारत की सेना से कम कर दिए। तीन साल कोरोना में भर्ती नहीं कर पाए, कोई बात नहीं। उसके बाद आप भर्ती कर लेते हैं। लेकिन एक तरफ केंद्र सरकार ने एक लाख अस्सी हज़ार सेना के जवानों की संख्या कम कर दी दूसरी तरफ आप चार साल के अग्नि वीर की योजना लेकर आ गए। सेना की संख्या कम मत कीजिए। कम से कम यह अग्नि वीर की भर्ती को खत्म करके जैसे सैनिक पहले भर्ती होते थे उस तरह की भर्ती कीजिए।
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