दिल्ली के अधिवेशन में उठी नर्सिंग में निजीकरण को बंद करने की मांग, पुरानी पेंशन बहाली पर भी मिला यह आश्वासन?

राजकीय नर्सेज संघ ने निजीकरण से होने वाली दिक्कतों को भी विस्तार से बताया

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इंडिन्यूजलाइन, दिल्ली/लखनऊ:
ऑल इंडिया गवर्नमेंट नर्सेज फेडरेशन (AIGNF) के अधिवेशन में नर्सिंग सेवा में निजीकरण को बंद करने की मांग की गई है। पुरानी पेंशन बहाली के लिए फेडरेशन से सरकार को पत्र लिखने को भी कहा गया है। अधिवेशन में राजकीय नर्सेस संघ उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष शर्ली भण्डारी एवं महामंत्री अशोक कुमार ने निजीकरण से होने वाली दिक्कतों को भी विस्तार से बताया।

नर्सेज संघ के नेतृत्व में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी पहुंचे थे

नई दिल्ली स्थित लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के आडिटोरियम में आयोजित अधिवेशन में राजकीय नर्सेज संघ के नेतृत्व में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी पहुंचे थे। महामंत्री अशोक कुमार ने बताया कि अधिवेशन में खुराना जी को नेशनल एडवाइजऱ नियुक्त किया गया। अशोक कुमार ने आठवें वेतन आयोग में नर्सिंग संवर्ग को एक देश एक वेतन भत्ते की देने की मांग रखी।

अधिवेशन में लखनऊ के चिकित्सा संस्थानों व अस्पतालों के भी पहुंचे थे पदाधिकारी
मुख्य अतिथि इण्डियन नर्सिंग कौंसिल के ज्वाइन्ट सेक्रेटरी के.एस. भारती के साथ सभी अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अधिवेशन में लखनऊ पीजीआई की नर्सिंग की अध्यक्षा लता सचान, लोहिया संस्थान में अध्यक्ष अमित शर्मा व राजकीय नर्स संघ उत्तर प्रदेश (चि. शिक्षा) की अध्यक्षा बीना त्रिपाठी के अलावा कौशल्या गौतम, बबिता गोस्वामी, पवन मिश्र, गीतांशु वर्मा, अमिता रौस, निधि, नेहा केसरवानी उपस्थित रहे।

पूरी टीम को प्रतीक चिह्न भेंट कर किया सम्मानित

मौके पर नर्सेस फेडरेशन द्वारा शर्ली भंडारी एवं अशोक कुमार की पूरी टीम को प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, बैंगलोर, चंडीगढ़, पांडिचेरी, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल, छत्तीसगढ़ से भी संवर्ग के पदाधिकारी व सदस्य पहुंचे थे।

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