लखनऊ में युवक ने पत्नी को मार डाला, मासूम बच्चे लगाते रहे गुहार, पड़ोसियों ने नहीं की मदद

वारदात के बाद घूम रहा था गांव, ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा, शराब के नशे में धुत था आरोपी, झगड़े के विरोध पर की पत्नी की हत्या

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Indinewsline, Lucknow: मुकेश कुमार
राजधानी में मोहनलालगंज के हुलासखेड़ा मजरा आजादपुर गांव में देररात झगड़े के विरोध पर शराब के नशे में धुत राजकुमार ने पत्नी कचंन(30) की डंडें से ताबड़तोड़ पिटाई कर उसकी हत्या कर दी। चिखने चिल्लाने पर मासूम बच्चों ने पड़ोसियों से मांं को बचाने की गुहार लगाई लेकिन कोई मदद को आगे नही आया और तड़प-तड़पकर कंचन ने दम तोड़ दिया।

वारदात को अंजाम देने के बाद शराब के नशे में धुत होकर गांव के बाहर घूम रहे आरोपी पति को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया। पुलिस ने मौके से आला कत्ल भी बरामद किया। इंस्पेक्टर अमर सिंह ने बताया कि पिता कल्लू की तहरीर पर आरोपी पति राजकुमार के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।

महिला का खून से लतपथ शव झोपड़ी में पड़ा देख पुलिस को दी थी सूचना


परिजनों ने मंगलवार की सुबह महिला का खून से लतपथ शव झोपड़ी में पड़ा देख पुलिस को सूचना दी थी। जिसके बाद एडीसीपी व एसीपी समेत प्रभारी निरीक्षक ने पुलिस टीम के साथ पहुंचकर जांच पड़ताल के बाद कंचन शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा।

झोपड़ी बनाकर परिवार के साथ रहता था आरोपी
हुलासखेड़ा मजरा आजादपुर गांव निवासी राजकुमार मजदूरी करता है। वह पत्नी कचंन व दो साल की मासूम बेटी प्रियांशी एवं दो बेटे पीयूष, प्रिंस के साथ झोपड़ी बनाकर रहता है। ग्रामीणों के मुताबिक राज कुमार व उसकी पत्नी कंचन दोनों अत्यधिक शराब पीने के आदी थे। सोमवार की देर रात शराब के नशे में धुत राज कुमार ने झगड़े के बाद पत्नी पर डंडे से ताबड़तोड़ वार कर मरणासन्न कर दिया और मौके से भाग निकला।

बेटों ने मां के ना उठने पर पड़ोसियों को बुलाया, तब तक हो चुकी थी मौत


बेटों ने सुबह मां के ना उठने पर पड़ोसियों को बुलाया तो पता चला कि उसकी मौत हो गयी। जिसके बाद पहुंचे परिजनों ने मोहनलालगंज पुलिस को घटना की सूचना दी। एडीसीपी अमित कुमावत व एसीपी रजनीश वर्मा समेत इंस्पेक्टर अमर सिंह ने पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा।

शराब के नशे में धुत होकर घर आए पिता ने मां पर डंडे से ताबड़तोड़ किये थे वार
पीयूष ने बताया कि देर रात शराब के नशे में धुत होकर घर आए पिता राजकुमार मां कंचन से झगड़ा करने लगे। जब मां ने विरोध किया तो उसपर डंडे से ताबड़तोड़ वार कर दिया।

पीयूष के मुताबिक उसने चिखने- चिल्लाने पर मौके से भागकर पड़ोसियों से घायल मां को बचाने की गुहार भी लगाई लेकिन कोई मदद को आगे नही आया। इसी बीच उसकी मां ने तड़प- तड़प कर दम तोड़ दिया। मंगलवार सुबह पहुंचे नाना समेत रिश्तेदारों को पीयूष ने ये बात बताई तो सभी की आंखे भर आयी। शायद समय रहते पड़ोसी घायल कंचन को अस्पताल पहुंचा देते तो उसकी जान बच जाती और मासूम बच्चों के सिर से मां का साया ना उठता।

दो साल की मासूम बेटी व बेटों को देख भावुक हो गये एसीपी


सूचना के बाद एसीपी रजनीश वर्मा पहुंचे तो कंचन की दो साल की मासूम बेटी प्रियांशी व बेटे पीयूष एवं प्रिंस को देखकर भावुक हो गये। इस दौरान एसीपी ने मौजूद रिश्तेदारों से मासूमों को अपने पास रखकर पालन पोषण करने की बात कही। लेकिन कोई आगे नहीं आया।

एसीपी ने बेटे से अलग रहे बाबा-दादी को बच्चों का ख्याल रखने की जिम्मेदारी देते हुये इंस्पेक्टर अमर सिंह को बच्चों के खाना पानी का इन्तजाम करने के निर्देश दिये।

एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि यदि तीनों मासूम बच्चों को कोई रखने को तैयार नही होगा तो एनजीओ से बात कर वहां रखवाया जायेगा। जिससे उनका ढंग से पालन पोषण हो सके।

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