UPSRTC: रोडवेज में संविदा के उत्कृष्ट चालकों व परिचालकों का हो रहा शोषण, अतिरिक्त बस के संचालन पर सामान्य से भी कम मिलता है मानदेय, अब उठी आवाज
उप्र रोडवेज कर्मचारी कल्याण संघ ने सामान्य से भी कम दर पर हो रहे भुगतान को को आर्थिक शोषण करार दिया
Indinewsline, Lucknow team:
यूपी रोडवेज में संविदा के तहत तैनात सभी उत्कृष्ट एवं उत्तम श्रेणी के चालकों व परिचालकों को निर्धारित मानक से अधिक बस के संचालन पर सामान्य से भी कम दर पर उनके अतिरिक्त किलोमीटर का भुगतान होता है। साथ ही माह में छह हजार किलोमीटर बस के अधिक संचालन का भी कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं किया जाता। उप्र रोडवेज कर्मचारी कल्याण संघ ने सामान्य से भी कम दर पर इस भुगतान को आर्थिक शोषण करार दिया है।
अतिरिक्त किलोमीटर के भुगतान को बढ़ाने की मांग
संघ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष डीके त्रिपाठी ने निर्धारित मानक से अधिक किमी. बस संचालन करने पर उत्कृष्ट एवं उत्तम श्रेणी के संविदा चालकों व परिचालकों के सामान्य से कम भुगतान पर आपत्ति जताई है। उन्होंने अतिरिक्त किलोमीटर के भुगतान को बढ़ाने की मांग की है। महामंत्री ने राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक को ज्ञापन दिया है। इसपर तत्काल निर्णय लेने का अनुरोध किया है।
28 पैसे व 32 पैसे प्रति किमी. के मानदेय का होता है भुगतान
संघ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष डीके त्रिपाठी व उपाध्यक्ष आर.टी. भट्ट ने बताया कि निर्धारित मानक से अधिक किमी. तक बस के संचालन पर उत्कृष्ट एवं उत्तम श्रेणी के संविदा चालकों व परिचालकों को इसका सामान्य से कम दर पर अतिरिक्त भुगतान होता है। इन्हे 28 पैसे व 32 पैसे प्रति किमी. के मानदेय दिया जाता है। वर्तमान में चालकों के भुगतान की सामान्य दर रू0 207 पैसे एवं परिचालकों को रू0 203 पैसे प्रति किमी. दिया जाता है। दोनों पदाधिकारियों ने कहा कि इसमें 04 पैसे प्रति किमी. भुगतान दर में अन्तर को तर्क एवं न्याय संगत नहीं कहा जा सकता है।
उत्कृष्ट श्रेणी के चालकों परिचालकों को माह में छह हजार किमी. और 24 दिन ड्यूटी की अनिवार्यता
संघ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष डीके त्रिपाठी व उपाध्यक्ष आर.टी. भट्ट ने कहा कि इसके अतिरिक्त उत्कृष्ट श्रेणी के चालकों परिचालकों को माह में छह हजार किमी. और 24 दिन ड्यूटी की अनिवार्यता है। यदि शेडयूल स्टेशन के अनुसार बस का संचालन छह हजार किमी. अधिक होता है तो उसका कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं किया जाता। इसके लिए एक दिन अर्थात 25 दिन ड्यूटी करनी पड़ती है। 25 दिन ड्यूटी करने के बाद जो अतिरिक्त किसी का भुगतान किया जाता है। यह सामान्य से भी कम रू0 1.75 प्रति किमी की दर से किया जाता है। अर्थात चालक को 32 है।
यह व्यवस्था प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध
डीके त्रिपाठी ने बताया कि यह व्यवस्था प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध है। मानक से अधिक ड्यूटी करने अथवा लेने पर भुगतान दर अतिरिक्त किमी. पर सामन्य दर से अधिक होना चाहिए, जबकि परिवहन निगम में उत्कृष्ट चालकों एवं परिचालकों से निर्धारित मानक से अधिक कि ड्यूटी कराकर भुगतान उल्लिखित रूप से सामान्य दर से भी कम दर पर कर उनका आर्थिक शोषण किया जाता है।