संस्कृति के अनुसरण के लिए दादा-दादियां अपने पोते-पोतियों को नैतिक कहानियां सुनाएं-संयुक्ता भाटिया
जी.डी. गोयनका पब्लिक स्कूल में दादा-दादी दिवस उत्सव कार्यक्रम
Lucknow, Indinewsline:
दादा-दादी परिवार के वे गहरे जुड़े हुए जड़ें हैं, जो अपने परिवार के सदस्यों को हर कदम पर मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। यह बातें पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया ने कही है। वह शुक्रवार को महानगर स्थित जी.डी. गोयनका पब्लिक स्कूल में आयोजित दादा-दादी दिवस का उत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। पूर्व महापौर ने आगे कहा कि दादा-दादियों से आग्रह किया कि वे अपने पोते-पोतियों को नैतिक कहानियां सुनाएं ताकि वे अपनी संस्कृति का अनुसरण कर सकें।![]()
उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों को छात्रों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना चाहिए ताकि वे शहर को साफ रखने का संदेश फैलाएं। श्रीमती भाटिया ने भारत के विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले पारंपरिक परिधान पहने दादा-दादियों को सम्मानित करते हुए उनके लिए अद्भुत खिताब भी दिए, जो विभिन्न संस्कृतियों में एकता का प्रतीक था।
“दादा-दादी थोड़े से माता-पिता, थोड़े से शिक्षक, और थोड़े से सबसे अच्छे दोस्त होते हैं।” इसी भावुक भावना के साथ स्कूल में दादा-दादी दिवस का उत्सव मनाया, दादा-दादी शामिल हुए, और “पीढ़ियों का सफर” थीम ने पारिवारिक बंधनों और जीवन में दादा-दादी की अमूल्य भूमिका को दर्शाया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कक्षा IV के बच्चों का रामायण रहा![]()
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