यूपी के चार गांवों की 64 महिलाओं को रोजगार देने का प्रयास, डालमिया समूह के कालीन बुनाई केन्द्र का उद्घाटन

रामगढ़, डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के उप अधिशासी निदेशक और यूनिट हेड ए.ए. बेग ने सीएसआर टीम, ग्राम प्रधान और कारीगरों के साथ किया उद्घाटन

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Indinewsline, Lucknow:
डालमिया भारत फाउंडेशन (डीबीएफ) ने जयपुर रग्स फाउंडेशन के सहयोग से उत्तर प्रदेश के गोपालपुर गांव में एक रग लूम सेंटर (कालीन बुनाई केंद्र) शुरू किया है। इसका उद्घाटन रामगढ़, डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के उप अधिशासी निदेशक और यूनिट हेड ए.ए. बेग ने सीएसआर टीम, ग्राम प्रधान और कारीगरों के साथ किया। जो गोपालपुर समेत चार गांवों की 64 महिलाओं को हाथ से गांठ वाली कालीन बुनाई के पारंपरिक शिल्प में प्रशिक्षित करेगी।

चार गांव की महिलाओं को मिलेगा प्रशिक्षण, मिलेगा रोजगार
इसमें गोपालपुर के अलावा रामपुर, गोमिदापुर और अशरफनगर गांव शामिल है। यह डालमिया भारत समूह फाउंडेशन की प्रमुख ग्राम परिवर्तन परियोजना का हिस्सा है। ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक परिवर्तनकारी पहल के तहत डालमिया भारत समूह की सीएसआर शाखा की ओर से इसे शुरू किया गया है।

आवश्यक कौशल प्रशिक्षण देगा यह केन्द्र
यह बुनाई केंद्र आवश्यक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेगा, जिसमें डालमिया भारत फाउंडेशन हथकरघे प्रदान कर इस पहल का समर्थन करेगा। जयपुर रग्स फाउंडेशन तैयार उत्पादों के विपणन और बिक्री में सहयोग करेगा, जिससे कारीगरों के लिए आर्थिक स्थिरता और टिकाऊ आजीविका सुनिश्चित होगी। यह परियोजना महिलाओं को आठ से 10 हजार रूपए की अपेक्षित मासिक आय के साथ एक स्थायी आय अर्जित करने के लिए सशक्त बनाएगी।

डालमिया आजीविका के जरिए समुदायों को सशक्त बनाने में करती है विश्वास


इस अवसर पर ए.ए. बेग ने कहा कि डालमिया भारत में कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देकर सतत आजीविका के जरिए समुदायों को सशक्त बनाने में विश्वास करती है। हाथ से बनी कालीन बुनाई की कला केवल एक पारंपरिक शिल्प नहीं है, बल्कि एक मार्केटिंग करने लायक कौशल है जो कारीगरों को उनकी शिल्प कौशल का उत्सव मनाते हुए एक टिकाऊ आय प्रदान कर सकता है।

इस पहल के माध्यम से हमारा उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करने में सहायता करना है। साथ ही एक कालातीत कला को संरक्षित करने में मदद करना है। जो भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने कहा कि हम इस सकारात्मक बदलाव की लहर पैदा करने के लिए हमारे साथ साझेदारी करने के लिए जयपुर रग्स फाउंडेशन के आभारी हैं।

टिकाऊ और समग्र विकास के माध्यम से ग्रामीण समुदायों को बदलना उद्देश्य
ग्राम परिवर्तन परियोजना डालमिया भारत फाउंडेशन की एक प्रमुख पहल है जिसका उद्देश्य टिकाऊ और समग्र विकास के माध्यम से ग्रामीण समुदायों को बदलना है। यह परियोजना लक्षित घरेलू स्तर के हस्तक्षेपों के माध्यम से कौशल विकास, उद्यमिता और सरकारी कल्याणकारी योजनाओं तक पहुंच को बढ़ावा देकर ग्रामीण परिवारों को सशक्त बनाने का प्रयास करती है।

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